जौनपुर – शीतलहर के चलते रविवार को दिनभर क्षेत्रवासियों को बहुत मुश्किल का सामना करना पड़ा । दोपहर में दो-तीन मिनट के लिए तेज धूप निकली, लेकिन वह निष्प्रभावी रही। दिन का अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहा। हालांकि शाम 5.30 बजे तक तापमान 19 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम आठ डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था। शनिवार की रात घना कोहरा छाया रहा जो पूरी रात चला।
ठंड के मौसम में अलाव लोगों की गर्मी का जरिया बन गया है। हालांकि, जहां स्थानीय प्रशासन ने शहर में स्टेशनों और सड़कों जैसे विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने का प्रावधान किया है, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को एक निराशाजनक स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। लगभग हर जगह प्रशासन या स्वयंसेवी संगठन अलाव की व्यवस्था करने में विफल रहे हैं। अलाव जलाने के लिए गिने-चुने स्थानों को ही चिन्हित किया गया है।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी से हवा पिघल रही है और तापमान बढ़ रहा है। लगातार बद्री के कारण पिछले छह दिनों से सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कोहरे के कारण सुबह 10 बजे तक काम बाधित रहा है, जो रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं और दैनिक आधार पर काम करते हैं, उन्हें कठिनाई का खामियाजा भुगतना पड़ता है। अधिकांश मुद्दे छोटे बच्चों और उनकी परवरिश करने वाली माताओं को प्रभावित करते हैं। सबके सामने कपड़े न सुखाना एक मसला है. पशु उत्पादकों को अनाज और पानी उपलब्ध कराने में किसानों को परेशानी हो रही है। गोशाला की नमी भी इस सर्दी में पशुओं के लिए परेशानी का कारण बन रही है।